Monday 3 September 2012

http://myliferuchi.blogspot.com/2012/09/article-on-corruption.html

Article on Corruption

चुनावों का मौसम था. हर रोज कुर्सी के लिए खड़े होने वालों का ताँता लगा रहता था. चहरे नये-नये होते पर Vote माँगने का Style सभी का एक सा था. हाथ जोड़कर कोई गली में नया हैंडपंप लगाने की कहता तो कोई नयी सड़क बनवाने का आश्वासन देता, तो कोई कुछ और ....


ये सब देखकर एक दिन मुझे बचपन के स्कूल की एक बात याद आई. एक बार हमारी Teacher ने सभी बच्चों से Question पूछा था " आप सभी बड़े होकर क्या बनोगे?" कुछ ने Engineer कहा, कुछ ने Doctor कहा, कुछ ने Teacher etc. पर एक बच्चे ने जवाब दिया " मैं बड़ा होकर नेता बनूंगा". उस वक्त तो सारी Class हंस पड़ी थी पर आज मैं सोचती हूँ कितना समझदार बच्चा था वह. 



पूरी जिंदगी Computer के सामने बैठे-बैठे आँखे अन्दर धंस जाती है पर फिर भी हमारे Engineer साहब नेताजी जितना पैसा नहीं कमा पाते . CA की पढ़ाई करते-करते ही सर के आधे बाल उड़ जाते है पर कोई भी CA नेताजी से Competition नहीं कर सकता. पहले जानवरों और फिर इंसान की चीड़-फाड़ करने वाले Doctors संवेदना रहित हो जाते है....मरीजो से मनमाना धन वसूलते है पर हमारे नेताजी से पीछे ही रह जाते है. क्योंकि हमारे Political Leaders तो बिना कोई Degree लिए, बिना कोई Exam पास किये चारे और कोयले जैसी चीजों से भी करोड़ों रुपये कमा लेते है. धन्य है हमारे नेताजी.


निराशा के कुछ भाव मेरे चहरे पर उभरे क्योंकि नेता बनने के लिए या तो हत्या, Scam जैसे कुछ अपराध खाते में होने चाहिए या फिर पापा-मम्मी, दादा-दादी, परदादा-परदादी आदि में से कोई नेतागिरी में होना ही चाहिए. ऐसे में हम जैसे सामान्य इंसान तो नेता बनने के बारे में सोच भी नहीं सकते क्योंकि हमारे दादा-दादी ने तो कभी Stage पर खड़े होकर 2 lines तक नहीं बोली नेता बनना तो दूर की बात है और हत्या खून का तो नाम सुनते ही हम थर-थर कांपने लगते है ऐसे में नेता बनना हम जैसे लोगों के लिए तो दिवा स्वप्न मात्र है. 


काश ! नेता बनने के लिए भी एक College होता और Courses के नाम होते :

BP - Bachelor of Politics
MP - Master of Politics. 
मैं कल्पना में खो गयी - कैसा होता नेतागिरी का कॉलेज ?
Courses के नाम तो सोच लिए पर Teachers कौन होते ? नेतागिरी नेताजी से ज्यादा अच्छी कोई नहीं पढ़ा सकता पर हमारे नेता तो कितने भी बूढ़े हो जाये Retirement का नाम तक नहीं लेते ऐसे में भावी नेताओं की Classes कौन लेगा ? पर तभी ख़याल आया कि हमारे नेताजी ठाले ही तो बैठे रहते है. उदघाटन और Ribbon काटने के अलावा करते भी क्या है सो एक- एक Period का समय तो निकाल ही लेंगे.


Teachers कि समस्या भी दूर हो गयी पर Subjects क्या क्या होते और Classes किस-किस की होती ? I think पहली Class होती Indian Constitution and Laws की जिसमे भारत का संविधान, कानून, नीति निर्देशक तत्त्व, मूल अधिकार, मूल कर्त्तव्य आदि के बारे में पढ़ाया जाता . अब कोई नेताजी तो ये Class लेने से रहे इसके लिए तो किसी Retired Judge को ही नियुक्त करना पड़ता . इसमें कोई दो राय नहीं कि इस Class में उपस्थित होने वाले छात्रों कि संख्या सबसे कम होती क्योंकि सुबह-सुबह अपनी नींद ख़राब करके हमारे देश के नौनिहाल इस Theory Class को तो attend करने से रहे. वही होता जो सब Colleges में होता है. परीक्षा के दिनों में इधर-उधर से Notes कबाड़ लेते और Paper के एक दिन पहले पढ़ लेते . चलो इसी बहाने Photo State वाले भाईसाहब कि अच्छी कमाई हो जाती है.


ये तो बात हुयी पहली Class की. अब दूसरी Class मेरे ख्याल से होती Divide and Rule की जिसमें फूट डालो- राज करो के नए-नए Creative तरीके सिखाएं जाते और हमारे नेताजी तो इस Subject में Expert है ही पर फिर भी कभी कभी कोई Guest Lecture लेने के लिए England से किसी अधिकारी को बुला लिया जाता . आखिर Divide and Rule के दम पर ही 200 साल उन्होंने हम पर राज किया.


अगली Class होती Demand and Supply of Votes की. इस Class में बताया जाता कैसे जनता को उनकी Demands पूरी करने के दिलासे देकर और Reservation जैसी नयी- नयी Demands पैदा करके Votes पाए जा सकते है और अगर इससे काम न चले तो कैसे दारु, पैसे आदि की Supply करके Votes अपनी मुट्ठी में कैद किये जा सकते है. 

और भी कई Classes हो सकती है जैसे :



How To Fight In Parliament ?
When To Transfer From One Party To Another?
How To Present Effective Speech Containing Big Big Promises?
When To Use Other Sources Like : Rath Yatra etc.


पर अब जिस Class के बारे में मैं बताने जा रही हूँ वो सबसे इनteresting Class होती and I am Sure कि इस Class की attendance 100% होती और सबसे ज्यादा विद्वान Teachers भी इसी Class के लिए मिलते . Any Guesses? चलो मैं ही बता देती हूँ. ये Class होती घोटाले की क्लास . मुस्कराहट आ गयी ना सबके चहरे पर. 


चारा घोटाला, कोयला घोटाला, Spectrum घोटाला जमीन घोटाला...और भी घोटाले के कौन- कौन से क्षेत्र हो सकते है और किस तरह Corruption को बखूबी अंजाम दिया जा सकता है इस विषय पर शोध और चिंतन इस Class का अहम् मुद्दा रहेगा. 

घोटाले की Class के बारे में सोच ही रही थी तभी Door Bell बजी. दरवाजा खोला तो देखा एक और नेताजी हाथ जोड़कर Vote मांगने आये थे.

3 comments:

  1. दोस्त आप के इस ब्लॉग पढ़ा अच्छा लगा ..ऐसे ही आप लिखा करो ...एक बात बोलता हुए जो आपने लिखा दिल से लिखा और नाट्यरूप दिया जो काफी अच्छा लगा.....इस पर मेरे विचार यह हैं की स्वर्ग हर इंसान जाना चाहता मगर मरना को नहीं चाहता उसी तरह भष्टाचार हर इंसान मिटाना चाहता है लेकिन भाग लेना नहीं चाहता ........

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  2. shaandaar likha hai. shabdo ka chayan behtarren hai aur kalpana sheelta bhi umda hai.
    meri taraf se acche bhawishya ki badhai

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  3. Ruchi Agar ye Tumne likha hai to Awesome hai

    Ek Sher Hai Neta ji Ke Liyr

    Unhone kuch ish tarah apni Baat Rakhi .......

    ki hamari jaan le kar bhi Hum mar na sake

    sikwe to bahut the unse magr

    Mil ke Unse Rona Caha to hum ro Bhi na Sake.....

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